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Sunday, March 30, 2014

दुनियां में 50 से ज्यादा देश, अलग अलग समय पर गुलाम हुए हैं; लेकिन किसी भी देश की आजादी में इतने लोग अपना सब कुछ न्योछाबर करके शहीद नहीं हुए हैं। दुनियां में सबसे ज्यादा शहादत भारत की आजादी के के लिए हुई है । अमर शहीद तांत्या टोपे से अगर शुरुआत की जाये तो वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना चित्तूर चेन्नमा,वीरांगना झलकारी बाई,वीरांगना दुर्गावती , नाना साहब पेशवा ,सरदार भगत सिंह जैसे शहीदों को मिलाकर यदि सूचि बनायीं जाये तो "सात लाख बत्तीस हज़ार सात सौ अस्सी" नाम इसमें जुड़ जायेंगे। आपको शायद इस बात का अंदाजा है कि नहीं की इस देश की आजादी के लिए "सात लाख बत्तीस हज़ार सात सौ अस्सी" शहीदों की कुर्बानी हुई है।
और ये "सात लाख बत्तीस हज़ार सात सौ अस्सी" वो शहीद है जिनको अंग्रेजों ने फांसी के फंदे पर चढा दिया था; जैसे कि अमर शहीद तंत्याटोपे जिनको की यंहा शिवपुरी में फांसी चढ़ाई गयी थी । ऐसे ही अन्य शहीदों को भी फांसी पर चढ़ाया गया था । इसके आलावा अंग्रेजो की पुलिस के लाठियों के अत्याचार से,गोली बारी से, उनके खौफनाक तरीकों से लोगों की जाने ली गयी। आपको शायद मालूम हो या नही की बहुत से लोगों को टॉप के मुहँ पर बाँध कर शरीर के चीथड़े करदिये जाते थे । तो जिन शहीदों को तोप के मुंह से बाँधा गया, अंग्रजो की लाठियों के अत्याचार ने मार डाला या दुसरे तरीकोंसे जिनकी जाने ली गयी उनकी संख्या साढ़े चार करोड़ है । दुनिया के किसी देश की इतिहास में लोगो की इतनी बड़ी संख्या आजादी के लिए कुर्बान नहीं हुई । अंग्रेजों की नीतियों ने और अग्रेजों के अत्याचारों ने ऐसे कई बार मंजर उपस्थित किये थे । में आपको बंगाल के कुछ ऐसे उदाहरण देना चाहता हूँ ।
1857 में जब आजादी की क्रांति हुई तब पहली बार अंग्रेज पराजित हुए और भारत के क्रांतिकारियों की जीत हुई । इसके बाद 1 नवम्बर सन 1858 में अंग्रेजों ने दुबारा हमला किया था और बंगाल के आसपास उन सब इलाको को अंग्रेजो ने सील कर दिया था, जहाँ से क्रांति कारियों के दल निकला करते थे । बंगाल के एक महान क्रन्तिकारी थे अरुविन्दो घोष, विपिन चन्द्र पाल। ऐसे क्रांतिकारियों के दल बल जिन गाँव शहरों में रहा करते थे उन सभी जगहों को सील कर दिया गया था। ऐसे जगह पर खाने पिने की चीजों का मिलना बंद करा दिया था। भोजन समग्री जब महीनों महीनो तक उन जगहों पर नहीं पहुंची तो हजारों, लाखों लोगों ने भूख दे तड़प कर जान देदी । उनकी सख्या इस देश में साढ़े चार करोड़ के आसपास है। बहुत ही बड़ी क़ुरबानी हुई है । हम तो बड़ा अफ़सोस इस चीज का कर सकते है कि अगर हम क्रांतिकारियों की सूचि बनाने बैठे तो 10 -15 लोगों से ज्यादा के नाम याद नहीं आते हें। इस देश अच्छे खासे पढ़े लिखे और विद्वान लोगों के साथ में जब चर्चा करता हूँ और कहता हूँ कि चलो अपने इलाके के शहीदों की एक सूची बनाओ तो दो -चार से ज्यादा नाम ही याद नहीं आते। इतनो बड़ी विडम्मवना हैं, इतना अफ़सोस हैं की जिन लोगों ने हमे ये दिन दिखाया हम उन्हें भूल चुके हैं। हमें न तो उनके नाम,कुल,गोत्र और नहीं गाँव ही हमें मालुम हैं। और शायद इसी अँधा धुंदी में हमें ऐसे भी मंजर देखने को मिलते हैं जो किसी और देश में संभव नहीं हैं। इस देश के शीर्ष स्थानों पर ऐसे लोग मौजूद हैं जिन्होंने पल-पल इस इस देश के साथ गद्दारी की हैं, इसा देश के समाज से गद्दारी की हैं और इस राष्ट्र की अस्मिता से गद्दारी की है। जिन लोगों ने अपना सब कुछ इस देश के किये कुरबान कर दिए उनके आज की पीढ़ी चाय बेच कर अपने परिवार का गुजर करते हैं। ऐसे ही एक घटना में मैंने अपनी जिंदगी एक सबसे खराब दिन देखा ।
एक दिन में कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर उतरा क्यों की अक्सर में जाता रहता हूँ, लेकिन वो दिन में नहीं भूल पाया हूँ। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद अचानक मेरे फ़ोन की घंटी बजी और में फ़ोन सुनने के लिए रुक गया । जहाँ में रुक था उसके सामने एक चाय की छोटी सी दूकान थी; जहाँ एक मा और बेटी ये चर्चा कर रहे थे कि हम गरीब क्यों हैं? कुछ लोग इस देश में बहुत अमीर क्यों है। तो माँ अपनी बेटी की समझाने की कोशिश कर रही थी। मेरे फ़ोन की वात पूरी होने पर मैं भी उनके पास चला गया। में ने जाने की कोशिश की आप जो चर्चा कर रहे वो तो इस देश के संसद को करनी चाहिए और अगर ये चर्चा करने मं सक्षम नहीं हैं तो इससे ज्यादा शरम की बात हमरे लिए क्या हो; सकती हैं। मेंने जिज्ञासावस उनका परिचय पूछ लिय तो मेरी आँख से आंसू निकल आये। दोनों ही अमर शहीद तांत्या टोपे के परिवार के लोग थे। उनको इस देश ने चाय बेचने के ककम पर लगा रखा है और जिन्होंने अंग्रेजों के साथ दोस्ती करके ,इस देश के साथ गद्दारी की थी ; उन्हें मुख्या मंत्री और प्रधान मंत्री के पदों पर बैठा रखा हैं। आप जानते हैं? कुछ परिवार ऐसे हैं जिन्हीने हर पल इस देश के क्रांतिकारियों के खिलाफ काम किया,देश की आजादी के खिलाफ काम किया ऐसे परिवार देश् की शासन व्यवस्था में हो। और जिन्होंने अपना सब कुछ देश के लिए अर्पण करदिया हो उनके परिवार के लोग इस देश में चाय बेचें । क्या यही दिन देखने के लिए देश आजाद हुआ हैं। हमारे देश में एक सिंधिया परिवार हैं जिन्हीने जिंदगी भर अंग्रेजों की मदद की और महारानी लक्ष्मीबाई को मरवाने मैं बहुत बड़ी भूमिका अदा की हैं। जिन्होंने अंग्रजों को अपनी फौज देकर क्रांतिकारियों पर हमले करवाए थे। उसी परवार के लोग आज इस देश में मुख्य मंत्री बने और अमर शहीद तंत्याटोपे के परिवार के लोग चाय बेचेंते फिरे; इस से बड़ा अपमान इस देश में कुछ नहीं हो सकता हैं।
इस देश में एक और परिवार है , पटियाला राजघराना जिन्होने अँग्रेज़ों की सबसे ज़्यादा मदद की, जिन्होने पंजाब राज्य को अँग्रेज़ों के हाथों लुटवाया उसी राज घराने के केप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब का मुख्यमंत्री वनाया जाय और अमर शहीद तंत्याटोपे के परिवार के लोग चाय बेचेंते फिरे ऐसा हिन्दुस्तान तो हमने कभी सपने में नही सोचा था. कभी हमारी कल्पना नही थी की ऐसा देश बनेगा, शहीदों ने भी अगर ये सोचा होता की ऐसा ही देश बनेगा तो शायद वो भी शहादत नही देते. उन्होने तो ये सोचकर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया की हम नही तो हमारी आने वाली पीडी इस देश में स्वतन्त्रता का मंज़र देखेगी, शहीदों के सपनों और आदर्शों का सम्मान होगा और उनके आदर्शों और सपनों का भारत बनेगा, लेकिन आज़ादी के 62 वर्षों के बाद भी ऐसा नही हो सका. जिस समाज मैं गद्दारों का सम्मान होने लगे, जिस संमाज में विश्वासघातियों को कुर्सियाँ मिलेने लगे, जिस समाज में गद्दारों और विश्वासघातियों को सत्ता शिखर पर पहुँचाने का काम होने लगे और शहीदों के परिवार को चाय बेचकर घर चलाना पड़े. उस देश की क्या दशा होगी, ये आप अपने दिमाग़ से सोचे और तय करें. मुझे तो बहुत खराब लगता हैं, बहुत क्रोध आता है इस देश की व्यवस्था पर. इतना महत्वपुराण इस देश की कुर्वानी का ये आधार और दूसरा आज़ादी मिलते ही इस देश के शहीदों को भूल जाना कैसे संभव हुआ ?
पूरा व्याख्यान सुनने के लिए लिंक पर जरुर क्लीक करें ।
https://www.youtube.com/#/watch?v=Uggf9Ha2otY
भाई राजीव दिक्षित जी की जय ।
पूरे भारत में केवल सात दिनों के लिए कार का प्रयोग बंद कर दें
| केवल आपातकालीन परिस्थिति में
ही प्रयोग करें | फिर देखिये डॉलर कैसे औंधे
मुंह गिरता है | यही सत्य है | डॉलर
का मूल्य पेट्रोल से नियंत्रित होता है जिसे Derivative
Trading (व्युत्पादित व्यापार) कहते हैं |
अमेरिका ने सत्तर वर्ष पहले ही गोल्ड से
डॉलर का मूल्यांकन करना बंद कर दिया था |
क्योंकि अमेरिका समझ चुका था कि पेट्रोल गोल्ड के बराबर
ही मूल्यवान है इसलिए उसने मध्य
पूर्वी देशों के साथ समझौता किया कि वे पेट्रोल
केवल डॉलर्स में ही बेचें |
यही कारण है कि अमेरिकन डॉलर्स में “Legal
Tenders for debt” लिखा होता है | जिसका अर्थ
होता है यदि आप अमेरिकन डॉलर न लेना चाहें और आप
भारत की तरह उसके बदले गोल्ड लेना चाहें
तो वे आपको नहीं देंगे |
आप भारतीय रुपए पर देखिये कि लिखा होगा “I
promise to pay the bearer...” और गवर्नर के
हस्ताक्षर होंगे | जिसका अर्थ है कि आप यदि रुपये न
लेना चाहें और उसके बदले केवल गोल्ड लेना चाहें तो रिजर्व
बैंक आपको गोल्ड में भुगतान करेगा |
आइये इसे एक उदहारण से समझते हैं:
मान लीजिये कि भारतीय पेट्रोल
मंत्री मध्य पूर्वी देश
(अरब ,ईराक )जाते हैं पेट्रोल खरीदने,
वहाँ का व्यापारी कहता है कि एक
लीटर पेट्रोल एक डॉलर का है लेकिन
मंत्री जी के पास डॉलर
नहीं है केवल रूपये हैं | तब क्या करेंगे
मंत्री जी ? तब
मंत्रीजी अमेरिका से कहेगा कि डॉलर
दीजिये | अमेरिकन फेडरल रिज़र्व बैंक एक सफ़ेद
कागज़ लेगा, उसमें डॉलर प्रिंट करेगा और भारतीय
मंत्री को दे देगा | इस तरह हम डॉलर लेते हैं,
पेट्रोल विक्रेता को देते हैं और पेट्रोल लेकर आते हैं |
लेकिन यहाँ भी एक धोखाधड़ी है |
यदि आप अपना विचार बदल लें और डॉलर को वापस
लौटाना चाहें तो हम उसके बदले हम उनसे गोल्ड
नहीं माँग सकते | वे कहेंगे “क्या हमने बदले
में कुछ वापस करने का वचन दिया था ? क्या आपने डॉलर
को देखा नहीं ? हमने स्पष्ट शब्दों में लिखा है
Dollar that is Debt.”
तो अमेरिका को डॉलर प्रिंट करने के लिए गोल्ड
की आवश्यकता नहीं है | उन्हें
केवल सफ़ेद कागज़ चाहिए डॉलर प्रिंट करने के लिए जैसा वे
चाहें |
लेकिन अब एक दिमाग
की बत्ती घुमाने वाला सवाल, आखिर
ईराक ,इरान ,अरब मध्य पूर्वी देश
अमेरिका की बात क्यों मानते हैं ? अमेरिका मध्य
पूर्वी देशों को केवल डॉलर में पेट्रोल बेचने के
लिए क्या देता है ?
तो जवाब
मध्य पूर्वी देशों के शासक राजा (वहां के
मुसलमान राजा ,शेख ) अपनी सुरक्षा के लिए
अमेरिका को किराया देते हैं | इसी तरह वे आज
भी अपना कर्ज ही चुका रहें हैं
जो उन्होंने अमेरिका से सड़क और बिल्डिंग अपने देश में
बनवाने के लिए लिया था | यही है अमेरिकन
डॉलर का मूल्य जो वे दे रहें हैं | यही कारण
है कि कुछ लोग कहते हैं कि एक दिन डॉलर का नामोनिशान
मिट जाएगा |
भारत की वर्तमान समस्या का कारण है
अमेरिकन डॉलर का क्रय | अमेरिकन सफ़ेद कागज़
भारतीय गोल्ड के बराबर
ही मूल्यवान है | इसलिए यदि हम पेट्रोल
की खपत कम कर पायें तो डॉलर का मूल्य
नीचे उतर आए

Saturday, March 29, 2014

आर्यावर्त भरतखण्ड संस्कृति
महावीर प्रसाद खिलेरी ﹾ
इस्लाम का एक ये छोटा सा प्रारूप है ... पूरा यहाँ पढें 

प्रत्येक हिंदूने एकदा वाचावे : 
अगर आपके पास थोडा भी समय हो तो पाकिस्तान से आये हुये इस पत्र जो की भारत की 3.5 लाख वहाबी मस्जिदों मे हर जुम्मे को पढ़ा जाता है ...अवश्य पढ़ें ...और आप ना भी पढ़े तो कम से कम अपने मासूम बच्चों को अवश्य पढ़ायें ... ताकि वो अपनी जिंदगी..एक मासूम बनकर ना जियें !

'' उर्दू फारसी पत्र की सत्यप्रति
786
पैगाम इस्लाम

आप सबको गुजारिश है कि हमने हिन्दुस्तान पर 800 साल हुकूमत की है। अब भी हमारी हुकूमत चलती है पर सीधी तरह से नहीं। सब पार्टियां और इनके काफिर नेता हमारे इशारे पर नाचते हैं। हमको आज मदरसों, मस्जिदों और हज के लिये पैसा मिलता है।

2004 और 2009 के चुनाव में हिन्दुओं की पार्टी भाजपा को मुंह की खानी पड़ी मगर हमारी पूरी हुकूमत तो तब मानी जायेगी जब पूरा हिन्दुस्तान इस्लाम के झण्डे के नीचे होगा। जल्दी ही हमारे मुजाहिद्दीन लड़ाके सफ़ेद दाड़ी वाले गुजराती को मार देंगे फिर हिन्दुओं का अंतिम रहनुमा भी हमारे रास्ते से हट जायेगा !

इसलिये हर मुसलमान का फर्ज है कि खाना जंगी के लिये तैयार रहें। इसके लिये हथियारों के अलावा बम्ब बनाना सीखें और कुरान की 24 आयातें रोज पढ़ें और उसी के मुताबिक काफिरों के मारने, जलाने और धोखे से पकड़ने का काम सरंजाम दें और उनको लूट और उनकी औरतों को भगा कर शादी करें। वैसे तो ये सिलसिला 70 साल से चल रहा है। पर अब पूरा जोर तब लगायें जब खाना जंगी के लिये आईएसआई और इंडियन मुजाहिद्दीन के लिये हुकुम देंगे।

हर मुसलमान को दूसरा कलमा रोज पढ़ना चाहिये। वो यह है- हंस के लिये लिया है पाकिस्तान और लड़के लेंगे हिन्दुस्तान।

अगरचे मदरसा जैल बातों पर आप लोग चल रहे हो फिर भी तबज्जो दें।

1-बिजनौर यू0पी0 फार्मूलाः- यहां पर मुसलमान जवान लड़के हिन्दुओं से दोस्ती करके अपने घर बुलाकर मछली, मुर्गा खिलाते हैं और फिर काफिरों के घर उनकी औरतों से यारी करके फंसाते हैं। ये औरतें मुसलमानों को माल भी खिलाती हैं और पैसा भी देती हैं। बहुत सी काफिर लड़कियों ने मुसलमानों से शादी कर ली है। वाह अल्ला तेरा शुक्र है।

2-बोतल फार्मूला- गरीब बस्तियों में काफिरों को ज्यादा शराब पिला कर नामर्द बनाओ और उनकी औरतों से ऐश करो। 9 करोड़ हिंदु तो मुसलमानों से मिल चुके हैं और उनकी औरतें तो आराम से मुसलमानों के बगल में आ जाती हैं।

3-चोरी डकैती- काफिरों के घरों में धोखा देकर चोरियां करो उनके खेतों की फसल काटो और उनके जानवरों की भी चोरी करो।

4-शहरी फार्मूला-(1) मुसलमान अकल से काम लें, अपने छोटे लड़कों को काफिरों के घर नौकर रखो और 25/25 बच्चे कैसे पालोगे, 8/10 साल के बाद आपके बच्चे जवान होकर घर की हिन्दू औरतों से दोस्ती करेंगे और ऐश के साथ-साथ पैसा भी खूब मारेंगे।

शहरी फार्मूला-(2) मुसलमान जवान नौकर, ड्राइवर, खानसामा, रोटी पकाने वाला, माली, चैकीदार बन हिन्दू नामों से रहो और मौका मिलते ही उपर वाली बातों पर अमल करें। इसके अलावा उनकी गाड़ियों, स्कूटरों वगैरा भी चोरी कर सकते हैं। ये शहर के इमाम से हर तरह के उस्तादों का पता लग जायेगा। काफिरों को जब पता लगा अपनी औरतों के बारे में पता लगा तो उन्होंने नौकरी से निकालने की कोशिश की तो औरतें ही कहने लगी-अच्छा भला ईमानदारी से काम करता है इसे नौकरी से क्यों निकालते हो। कई बार औरतें मुसलमानों के साथ भाग गईं। कई मुसलमान निकाले जाने के बाद दिन में जब काफिर घर पर नहीं होते आकर ऐश, ईशरत करते हैं। माल खाते हैं और पैसे भी ले जाते हैं। या अल्ला तेरा शुकर है तूने किसलिये हिन्दू को अंधा बनाकर रखा है, जिसको पैसा कमाने के अलावा कुछ भी नजर नहीं आता। ये इस्लाम की जीत है।

जेहाद- खाना जंगी के जेहाद में यदि मुसलमान शहीद होगा तो उसे जन्नत मिलेगी, अगर जिन्दा बचता है तो हिन्दुस्तान के काफिरों की सारी जायदादें मुसलमानों को मिलेंगी और सारी हिन्दू औरतें भी मिलेंगी तो यह भी जन्नत होगी। जैसे पाकिस्तान, कश्मीर और बांग्लादेश की सब कोठियां बंगले मुसलमानों को मिले थे। जेहाद के लिये 2 लाख सीमी के जवान 1 लाख अलकायदा के लिये मुसलमान तैयार हैं। अब हम 20 करोड़ हो गये हैं इसके अलावा 5 करोड़ बंग्लादेशी जिसमें 1 लाख मुजाहिद्दीन लड़ाके हैं। इसलिये घबराने की जरूरत नही है। हिन्दुस्तान की मिलिट्री में भी काफी मुसलमान हैं और बहुत से तो हिन्दू नामों से भर्ती हैं। पुलिस में भी काफी मुसलमान हैं और वक्त आने पर काफिरों को दोजख पहुचायेंगे।

आम हिन्दू लोगों में मुसलमानों के लिय नरम रूख है जिसकी वजह ऊपर बतायी वजह हिन्दू औरतों से दोस्ती है। केरल, मद्रास और हैदराबाद में काफी असलाह पाकिस्तान और अरब मुल्कों से आ चुका है। बिहार में चीन और बांग्लादेश से 60 हजार एके-47 आ चुकी हैं। इसलिये लाल किला पर झण्डा जल्दी झूलेगा।

अरब मुल्कों में हिन्दू औरतों को नर्स, आया, खाना बनाने वाली बनाकर ज्यादा से ज्यादा भेजें। अच्छी तनख्वाह के लालच में गरीब व दरम्यान घर की लड़कियां खुशी से जाती हैं और वहां जाकर रात को सारी की सारी अरबों के पास सो जाती हैं और मुसलमानों की आबादी बढ़ाने में काफी मददगार हैं।

हिन्दू लड़की से शादी, हिन्दू लड़की जो भगाकर लायी जाये उसे 2 दिन भूखा रखें फिर अच्छा-अच्छा खाना दें। उनकी सतत या खतना जरूर करायें। अगर उसके रिश्तेदार कोर्ट केस करें तो कोर्ट में ले जाने से पहले 50/60 बंदूकों के हथियार दिखायें और खबरदार करें। अगर हमारे खिलाफ बयान दिये तो तेरे भाई और खानदान को भून देंगे। ऐसी लड़की को वश में करने वाले ताबीज पहनाना न भूलें। ये भी कमाल का काम करता है।

हरियाणा के मुसलमानों का कमाल- गांधी की मेहरबानी से मेवात के मुसलमान पाकिस्तान नही गये थे। पिछले 15 सालों से40 लाख मुसलमान बिहार, यूपी, राजस्थान में आकर बस गये हैं। 70 फीसदी तो हिन्दू नामों से रह रहे हैं और ऊपर लिखी बाते अच्छी तरह सरंजाम दे रहे हैं।

पंजाब में भी लाखों मुसलमान पहुंच चुका है। वक्त आने पर ये सब जेहाद के लिये कुरान के मुताबिक काफिरों को दोजख पहुचाने के लिये तैयार हैं। अल्ला हमारे साथ है।

काफिरों का बंटवारा- वैसे तो हिन्दू जांत-पांत में बंटा है आप लोग इनके चमारों के दिमाग में हिन्दुओं के लिये खूब नफरत भरें कि हिन्दुओं ने इनके ऊपर सैकड़ों साल जुल्म ढाये।
मुसलमानों शाबास।

आसाम और कश्मीर- आसाम और कश्मीर पर तो मुसलमानों का कब्जा हो चुका है। सारे बुतखाने तोड़ दिये गये हैं। महलों व सड़कों का नाम बदलकर जिन्हा रोड व अली रोड कर दिये हैं। आसाम पर भी काफी हद तक मुसलमानों का कब्जा है। काफिरों का कत्ल करके दहशत फैला कर भगाया जा रहा है। इस तरह कश्मीर की तरह हिन्दुओं की जायदाद व औरतें अल्ला की फजल से हम मुसलमानों को मिल रही हैं। इन्शाह अल्लाह जल्दी ही सारे हिन्दुस्तान को इस्लाम के झंडे के नीचे आयेगा।

सन् 1947 में हमारे जवानों ने काफिरों के छोटे-छोटे बच्चे आसमान में उछालकर नैजे व भाले पर लिये थे। इनकी औरतों के साथ 10/10 मुसलमानों ने जिन्हा किया था और अल्हादानी लोहे की नोहर गर्म करके लाल-लाल उनके थनों पर चिपकाई गई थी। कई औरतों के थन काट दिये थे। उनके बच्चों को मारकर पकाकर खिलाया भी था।

राजीव गांधी के राज में फार्मूला काश्मीर में आजमाया गया। नतीजा यह निकला कि साढ़े तीन लाख पण्डितों से कश्मीर 3 दिन में खाली हो गया और करोड़ों बल्कि अरबों रूपये की काफिरों की जायदाद पर मुसलमानों का कब्जा हो गया।

जेहाद में औरतों के लिये खास दस्ता- मुसलमान जवान का यह दस्ता स्कूटर कार छोटे ट्रक वगैरा पर हिन्दू देवताओं की फोटों चिपकाकर रखें। ड्राइवर व कंडक्टर हिन्दू वेश में हो। जब अफरा-तफरी फैले तो काफिरों को जिनमें औरतें ज्यादा हों मुसलमान मोहल्लों में भगाकर ले जायें। औरतें को वहां पहुंचा दी जायें। काफिर मर्द और बच्चे मारकर दोजख भेज दें। ये नुस्खा 40 साल पहले अहमदाबाद में आजमाया गया था, उस समय वाई वी चैहान होम मिनिस्टर थे। इसी दस्ते के लिये जयपुर फार्मूला कई साल पहले हमारे मुसलमाना जवानों ने जयपुर में फसाद शुरू किये थे और हिन्दू घरों से व लड़कियों के स्कूलों से उठा ली थी। 6 माह बाद जब 2/3 लड़कियों ने अपने घर खबर भेजी तो खानदान के उन लोगों ने उन लड़कियों को वापस लेने से इन्कार कर दिया। 1948 में जब हिन्दू मिलिट्री, हिन्दू औरतों को निकालकर हिन्दुस्तान लाई तो उनके खानदान वालों ने लेने से इंकार कर दिया। इस वास्ते कुछ ने तो खुदकुशी कर ली। ये सब मुसलमानों के लिये अच्छा हुआ। इसके लिये हिन्दुओं की दाद देनी चाहिये।

मुसलमानों और हिन्दुओं के मरने की निस्बतः- जब पाकिस्तान बना तो एक मुसलमान शहीद हुआ था और 100 काफिर मारे गये थे अब तो बम्बों और एके 47 का जमाना है, अल्ला ने चाहा तो एक मुसलमान के मारे जाने पर 1000 हिन्दू मरेंगे अल्ला हमारे साथ है।

मुसलमानों को अल्ला का शुक्रगुजार होना चाहिये कि वो सब भूल गयें अल्ला ने उसका दिमाग बड़ा कमजोर दिया है। इसलिये हमने 800 साल हुकूमत की और इन्शाह अल्ला फिर करेंगे। इस बात से साबित होता है कि अल्ला भी चाहता है कि मुसलमानों को हिन्दुस्तान की हुकूमत मिले और हिन्दुओं की औरतों के साथ मौज मस्ती मिले ।

चीन, पाकिस्तान और बंग्लादेश से हथियार व नकली नोट हम मुसलमानों की मदद के लिये अल्ला भिजवा रहा है। हिन्दू अफसर और पुलिस वाले इसी पैसे से अंधे बना दिये जाते हैं।

यह खत मस्जिदों में जुमे के रोज सब मुसलमानों को सुनाया जाये। खाना जंगी के वक्त पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश भी हमारी मदद के लिये हिन्दुस्तान पर हमला बोल देंगे। नेपाल में काफी मंदिर तोड़ दिये गये हैं और आईएसआई की मदद से काफी लोग मुसलमान हो गये हैं।

कलावा मोटर साईकिल-मुसलमान जवानों को चाहिये अपने हाथ में कलावा बांध कर अपना नाम बदलकर हिन्दू नाम अपना लें। मोटर साईकिल पर सवार होकर हिन्दू मोहल्ले में कालेजों और स्कूलों के पास खड़े होकर हिन्दू लड़कियों से इश्क लड़ायें। होटलों में भी खुद भी ऐश करें और उनसे काल गर्ल्स का काम लें। इस कमाई से कुछ हिस्सा हथियारों पर खर्च करें। कारों वाले भाई जान भी करें। अरब मुल्कों में इसके लिये काफी पैसा हम तक पहुंच रहा है ! जिसे हमने तुम्हारे मौलानाओं से तुम्हे काफिरों की लौडियों को फंसाने के बाद तुम्हे देने को कह दिया है !

भाजपा का डर था कि वो कुरान की 24 आयतें कहीं छापकर नहीं बांटे मगर अल्ला की मेहरबानी से वो अंधे हो गये और नहीं बांट सके। अल्ला तेरा शुक्र है !

भूल कर भी सिखों को न छेड़ें। ये जालिम होते हैं बल्कि चक्कर चलाकर उनको हिन्दुओं से दूर रखें। हिन्दुओं के बाद इनसे भी निबट लेंगे !

ये खत किसी हिन्दू को ना दिखायें।
आपका खादिम

(हाफिज सईद)

नारे तदबीर अल्लाह हो अकबर ''

समय निकालकर सभी ग्रुप के भाई बन्धु जरुर पढ़े और ओरो को भी पढाये ।।
बनारस में महामूर्ख सम्मलेन
में आज का ज्ञान .............अच्छा लगे
तो औरों को भी लाभान्वित करें ~
केजरीवाल
1. अगर आपको कुत्ता काट ले तो आप उसे
काट लें,
हिसाब बराबर....
2. दूध फट जाए तो सफ़ेद धागे से सील लें,
किसी को पता नहीं चलेगा ....
3. अगर आप के बाल गिरते हों तो मुंडन
करवा लें, फिर
नहीं गिरेंगे.....
4. अगर रंग गोरा करना हो तो,
मछली खा कर दूध पी लें,
सफ़ेद हो जाओगे....
5. अगर गले में दर्द हो तो किसी से
गला दबवा लें, फिर
कभी दर्द नहीं होगा....
6. अगर आप के पांवों की एड़ियां फट जाएँ
और कोई
क्रीम असर न करे तो आप सुई धागा लेकर
सील लें....
7. अगर आप के हाथ मैं बहुत दर्द है तो एक
मज़बूत
हथौड़ी लें और ज़ोर से पाँव पे मारें, यक़ीन
करें आप हाथ
का दर्द भूल जायेंगे ....
8. अगर आप के दांत में कीड़ा लग जाए
तो एक दो हफ्ते
तक कुछ खाएं पीयें नहीं, कीड़ा अंदर
ही भूखा मर
जाएगा ...
9. अगर आप को रात मैं नींद
नहीं आती तो दिन मैं
सो जाएँ ....
टोटकों से फायदा हो तो दुआओं में याद
रखना ....वर्ना खुश तो मैं वैसे भी ह
आइये भारत के 9 बड़े झूट पर फिर से नज़र
डालते है..
झूट न. 1. भारत 1947 में आज़ादहुआ !!
सत्य- Indian independence act के अंतर्गत
सिर्फ TRANSFER OF POWER agreement
हुआ था ..जिसमे हमारे देश को सिर्फ 99 साल के
लिए सत्ता का हस्तांतरण हुआ ..आजादी नहीं मिली
झूट न. 2.जरमनी के हिटलर की वजह से विश्व
युद्ध हुआ !!
सत्य - भारत से चुराई गई तकनीक
का experiment करने के लिए पश्चिमी देशो ने
आपसमें युद्ध लडे ...दोनों विश्व युद्ध में किसी ने
किसी को नहीं कब्जाया..नौटंकी करने के बाद सब
सामान्य हो गया
झूट न.3. गांधी जी ने आज़ादी दिलाई !!
सत्य -भगत सिंह को फांसी लगने के बाद देश के
नौजवानों में उबाल आया उनमें से कुछ INA में
भरती हुए ... जब सुभाष चन्द्र बोस ने लड़ाई
लड़ी ..तब देश का नौजवान झल्ला गया...और
ब्रिटेन की सेना में काम करने वाले भारतीय सैनिक
बगावत पर उतर आए ..और ब्रिटेन
को सर पर हाथ रख कर भागना पडा
झूट न. 4 .भारत गरीब देश था, जातिवाद
था ...अंग्रेज यहाँ तकनीक लेकर आए !!
सत्य --अंग्रेज चोर थे और सिर्फ चोरी करते
थे...तकनीक हमारी थी उलटे उन्हों ने हमारे ग्रन्थ
चुरा कर अपने पेटेंट करा लिया..आज
भी वो हल्दी पर पेटेंट करा रहे हैं ... भारत से
अंग्रेज 900 पानी के जाह सोना लूट कर ले
गए ..जातिवाद भारत में अंग्रेज
लाए....सभी जातीयाँ एक दुसरे का सम्मान
करती थी..इतना कि एक दुसरे का काम भी मुफ्त में
कर दिया जाता था
झूट.न.5. विदेशी MNC कंपनियाभारत में रोजगार
देती है !!
सत्य -ये कमपनिया अगर 10 लोगो को रोजगार
देती है तो 1000 का रोजगार छीन लेती है...भारत
सेल्समैन का देश बनता जा रहा है
झूट.न.6 बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण
जरूरी है,,बिनाउसके भारत में बच्चे मर जाते थे !!
सत्य- टीके लुटेरी कंपनियों की साजिश है .... इन
टीको की वजह से व्यक्ति की immunity कम
होती है और 100 साल के बजाय सिर्फ60-70
साल ही जी पाता है ...भारत में बच्चे
कभी नहीं मरते थे..बल्कि आज ज्यादामरते हैं
झूट .न. 7. भारत के राजा लड़ते थे आपसमें !!
सत्य -भारत का चक्रवर्ती सम्राट पूरी पृथ्वी पर
राज्य करता था...उसके छोटे छोटे हिस्से छोटे मोटे
राजासम्हालते थे ......आज भी कबोदिया में
अंकोरवाट साम्राज्य इसकी गवाही देता है .. भारत
का बुरा समय भारत के राजा द्वारा अरब के
कुर्वंशियो-मुस्लिमो को माफ़ कर देने के कारण शुरू
हुआ
झूट न.8 अंगरेजी इंटरनेशनल भाषा है ...!!
सत्य-पूरे विश्व में अंग्रजी बोलने वाले देश बहुत कम
है ..सबकी अपनी स्वयं के देश की भाषा है..स्वयं
अंगरेजी का स्वरुप अलग अलग जगह पर अलग
अलग है...बस भारतीय उसका देदनादन रट्टा मारते
है
झूट. न.9. विश्व में अलग अलग देश
की अपनी अपनी सरकारे है !!
सत्य-विश्व में सिर्फ एक संगठन जो बहुत ताकतवर
है..और इटली के पोप व ब्रिटेन
की महारानी भी उसमे शामिल है...विश्व के ज्यादातर
देशो की सरकारों को आदेश देता है...नाम है
illuminati आधे विश्वको अप्रत्यक्ष रूप से
कब्जा चुका है ...भारत की कांग्रेस सरकार
illuminati के लिए काम करती है!!
काँग्रेस चालीसा
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जय काँग्रेस राजनीति के सागर ।
तेरा नाम है तिहुँ लोक उजागर ।।
काँग्रेस दूत बागडोर को थामा ।
सोनिया-पुत्र राहुल सुत नामा ।।
दूरसंचार कपिल बहुरंगी ।
कुमति निवास चिदंबरम् संगी ।।
खादी बरन बिराज सुबेसा ।
श्वेत स्वभाव संग श्यामल पेशा ।।
हर फंड से लेहि माल निकासै ।
बिनु जल लेहि सर्व पचासै ।।
सोनिया सुवन पंजाबी नन्दन ।
बना खिलौना जट मनमोहन ।।
काँग्रेस नेता गुनी अति चातुर ।
घोटाला काज करिबे को आतुर ।।
काँग्रेस चरित्र सुनिवे को दुनिया ।
प्रियंका-राहुल माता सोनिया ।।
काँग्रेस रीति सदा चली आई ।
आई जो काँग्रेस बढ़ी महँगाई ।।
सुक्ष्म रुप धरि सरकार बनावा ।
बिकट रुप धरि दीन सतावा ।।
बनिया रुप धरि दाम बढ़ावै ।
विदेशी बैंकों में माल बनावै ।।
लोक-पाल बिल मुद्दा उठाये ।
अन्ना हजारे अनशन पर आये ।।
सारे जनता ने करी बहुत बड़ाई ।
अन्ना के संग सब लड़े लड़ाई ।।
सब नेतवन के खुब छुटै पसीना ।
भये लोक-पाल से मुश्किल जीना ।।
काँग्रेस मंत्र मनमोहन माना ।
पीo एमo भये सब जग जाना ।।
सोनिया दुआरे तुम रखवारे ।
देत न आज्ञा तोहे पैर पसारे ।।
सस्ता-सुविधा निकट नहिं आवै ।
काँग्रेस का जब नाम सुनावै ।।
बढ़ै रोग कोई मिलै फकीरा ।
जपत निरन्तर झेलत पीड़ा ।।
कृषि सन्त के फारुख रखवारे ।
करत व्यंग नारी पै दिन दहारे ।।
हरियाणा ने रॉबर्ट को नासा ।
साठ करोड़ का किया खुलासा ।।
तुम्हरे भजन सोनिया को भावै ।
टिकट मिलै सब दुख बिसरावै ।।
महाकाल काँग्रेस पर आई ।
जनता ने उसका किया सफाई ।।
स्पेक्ट्रम कांड कर जेब को भरई ।
दिग्विजय सिंह सर्व सुख करई ।।
संकट बढ़ै मिलै खुब पीड़ा ।
जो सुमिरै काँग्रेस बलबीरा ।।
जय जय जय काँग्रेस है कसाई ।
अपने चक्कर मे देश लुटाई ।।
यह एक बार पाठ कर जेई ।
छूटहि वोट कभी ना देई ।।
जो यह पढ़ै काँग्रेस चालीसा ।
रहे काँग्रेस से दूर हमेशा ।।.