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Friday, May 10, 2013

रजत शर्मा


नरेंद्र मोदी पर इल्जाम है कि ये अकेलेपन के पुजारी हैं

रजत शर्मा –

आपके बचपन को देखें तो भरा-पूरा परिवार था , 4-4 भाई-बहन ,माता-पिता थे लेकिन 17 साल कि उम्र में ही आप सब कुछ छोड़कर हिमालय कि गुफाओं में चले गए थे

नरेंद्र मोदी –

आपकी जानकारी सही है लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ छोड़ना पड़ता है

रजत शर्मा –

लेकिन अब नहीं लगता कि आपने गलती कि थी वहाँ हिमालय पर्वत कि गुफाओं में अपने 4 साल बर्बाद करके ??

नरेंद्र मोदी –

मुझे लगता है वही सबसे ज्यादा अच्छा काम किया है मैंने ,सबसे ज्यादा आनंददायक और मन को संतोष देने वाला काम था वो

रजत शर्मा –

अब ये तो नहीं होगा कि फिर से मौका मिलेगा तो आप फिर चले जायेंगे वहाँ

नरेंद्र मोदी –

मैं मौके कि प्रतीक्षा में हूँ ..........   

रजत शर्मा –

आप सन्यास कि बात करते हैं लेकिन मैंने सुना कि जहाँ कहीं भी आप गुजरात में जाते हैं वहाँ लडकियां अपने गाल आगे कर देती हैं आपके auto-graph पाने के लिए

नरेंद्र मोदी –

अब उन बच्चों को मेरी जिंदगी का पता नहीं है ,इसीलिए मांगते हैं auto-graph ,उनको जैसे जो जगह मिल जाए आते हैं ,उनको लगता है कि गाल पर करवाएंगे तो सारी दुनिया को दिखाई देगा कि मोदी जी के हस्ताक्षर उनके गाल पर हैं

रजत शर्मा –

नरेंद्र मोदी एक नेता से ज्यादा एक ब्रैंड बन गए हैं ,आप जिस तरह के कुर्ते पहनते हैं ,जैसा कुर्ता आपने अभी पहना हुआ है मैंने देखा कि न्यूजर्सी में ,लंदन में मोदी कुर्ता चलता है

नरेंद्र मोदी –

मैंने भी सुना है और मेरे एक दोस्त अमेरिका से मेरे लिए एक कुर्ता लेकर आये ,मैं खुद हैरान था ,तो वो भी मुझे बता रहे थे कि अमरीका में भी ये मोदी कुर्ता बिक रहा है ,अभी मुझे किसी ने Modi-Mix करके कुछ खाने कि चीजें बिक रही हैं ,वो भेजा था ,अब ऐसा हो रहा है ,उनको शायद व्यापार में मेरा नाम काम आता है तो करने दीजिए ,किसी कि भलाई के लिए अगर कुछ काम हो तो क्या दिक्कत है

रजत शर्मा –

अहमदाबाद में मोदी के रिक्शे चलते हैं मोदी के नाम से

नरेंद्र मोदी –

नहीं वो ऑटो-रिक्शा जो है वो एक अलग Concept है , उसमें अगर आप जायेंगे तो वो आपको चोकलेट देता है , Bisleri का पानी देता है, टेलीफोन कि व्यवस्था देता है आदि वो भी ऑटो-रिक्शा में , और अगर आपका मोबाइल फोन चार्ज करना है तो चार्जिंग कि व्यवस्था देता है ,तो एक प्रकार से उसमें एक हवाई-जहाज में जितनी सुविधाएं मिलती हैं उससे ज्यादा सुविधाएं उस ऑटो-रिक्शा में आपको दी जाती हैं लेकिन अब मोदी-ऑटो हो गया है तो मैं क्या करूँ .........   

रजत शर्मा –

लेकिन मैंने गुजरात के एक अखबार में पढ़ा कि तरनेतर के एक मेले में एक महिला ने अपने बच्चे से आपके बारे में कहा कि ये दाढ़ी वाला देवता है

नरेंद्र मोदी –

हाँ मैंने भी ये एक अखबार में पढ़ा था लेकिन हो सकता है कि ये मीडिया कि कुछ कमाल हो ,मीडिया ने मुझे ना जाने किन-२ रूपों में पेश किया है और जनता-जनार्दन ने किस रूप में पकड़ा है

रजत शर्मा –

बीजपी में , RSS में ये कहा जाता है कि Personality Cult नहीं होना चाहिए ,किसी व्यक्ति-विशेष का नाम नहीं चलना चाहिए

नरेंद्र मोदी –

मेरा भी यही मानना है कि मनुष्य को देवता के रूप में नहीं पूजना चाहिए ,व्यक्ति-पूजा नहीं होनी चाहिए

रजत शर्मा –

राजकोट में एक जगह है जहाँ पे आपके नाम का एक मंदिर बना दिया है लोगों ने

नरेंद्र मोदी –

दरअसल क्या है कि ये जो सांप-सपेरे वाले लोग हैं जो कि भटकते रहते थे ,मैंने एक अभियान चलाया बच्चों को पढाने का , तो वो मेरे पास आये कि साहब हमारे पास तो रहने को घर भी नहीं है तो बच्चों को कैसे पढायेंगे , तो मैंने उनके लिए 250 के करीब मकानों कि व्यवस्था कर दी और मेरी शर्त रहती है कि बच्चों को पढ़ाना पढ़ेगा , तो अब चूँकि उनके बच्चे आज कंप्यूटर आदि चलाते हैं तो उनके मन में एक भाव आ गया लेकिन अगर वो आप मंदिर देखोगे तो मंदिर बनाने कि ना तो उनकी हैसियत है और ना ही उन्होंने बनाया है ,बस एक फोटो रख दिया है और जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो उस फोटो के सामने नमस्ते करके जाते हैं ,लेकिन मीडिया ने उसको बड़ा उछाल दिया है ,एक अच्छा काम दुनिया के सामने लाने कि जगह वो मंदिर वाली कथा शुरू कर दी है जिससे मैं बड़ा परेशान हूँ भैया ........   

रजत शर्मा –

लेकिन मीडिया में तो हमेशा से आपकी आलोचना होती रही है ,अब किसी ने कोई अच्छी बात लिख दी है तो वो भी आपको पसंद नहीं आ रही है

नरेंद्र मोदी –

देखिये इन चीजों को मैं अच्छा नहीं मानता हूँ , ये चीजें देश का भला नहीं करती हैं ,किसी ने कोई फोटो निकाल दी ,किसी ने कोई मंदिर बना दिया आदि आदि ,ये ये हमारी पहचान नहीं है

रजत शर्मा –

आप अपनी क्या image बनाना चाहते हैं ,आप क्या बताना चाहते हैं कि मैंने क्या किया ??

नरेंद्र मोदी –

मैं मेरी image नहीं चाहता ,मैं मेरे गुजरात कि image चाहता हूँ ,मैं चाहता हूँ कि दुनिया ये माने कि गुजरात सब कुछ कर सकता है और जो गुजरात कर सकता है वो देश भी कर सकता है ,मैं एक विश्वास पैदा करना चाहता हूँ , मुझे खाली मेरे गुजरात कि image में interest है ,मैं मेरी image में अपना समय बर्बाद नहीं करता

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नरेंद्र मोदी पर इल्जाम है कि ये खतरों के खिलाड़ी हैं

रजत शर्मा –

मोदी साहब आपके बचपन के बारे में जब पढ़ रहा था तो पता चला कि बचपन से ही आपको खतरों से खेलने का शौक था और एक बारी आप तालाब से एक जिन्दा मगरमच्छ के बच्चे को पकड लाये थे

नरेंद्र मोदी –

जिंदगी में कभी भी डर करके नहीं रहना चाहिए , जिसको हम मानते हैं उसको लेकर चल पड़ना चाहिए , और मक्खन पर लकीर करने वाले तो आपको ढेर सारे मिल जायेंगे लेकिन पत्थर पर लकीर करने कि भी तो आपमें हिम्मत होनी चाहिए

रजत शर्मा –

लेकिन आपने ऐसी-२ लकीरें खींची हैं कि कोंग्रेस वाले कहते हैं कि ये पिराह्नाहा मछली है जो कि दूसरों को खा जाती है

नरेंद्र मोदी –

मैंने दूसरों को खाया,नहीं खाया मालुम नहीं लेकिन गुजरात में पूरी कोंग्रेस को तो खा गया हूँ ,तो अब इसकी परेशानी है ,ये पीड़ा है उनको .............  

रजत शर्मा -

ये पीड़ा इसलिए हुई क्योंकि आपने कहा कि राहुल गाँधी Acquarium कि मछली है

नरेंद्र मोदी –

मैं गोवा में था ,वहाँ नरेंद्र नाम के हमारे एक उम्मीदवार हैं , 30 साल के हैं, मैंने मीडिया से पूछा कि भाई ये नौजवान हैं कि नहीं हैं , पार्लियामैंट के कैंडीडेट हैं 30 साल कि उम्र में, लेकिन फिर भी अगर आप उसको नौजवान नहीं मानते क्योंकि वो Acquarium कि मछली नहीं है ,अब चूँकि वो गोवा था तो मुझे मछली ध्यान में आ गई , मैंने कहा कि वो समुद्र कि लहरों पर तूफ़ान के सामने लड़ करके आगे आया हुआ नौजवान है , वह भी देश का भविष्य बना सकता है ,लेकिन शायद मेरी हर बात को मेरे कोंग्रेस के मित्र टोपी पहनाकर Publicity लेना चाहते हैं , Sympathy gain करना चाहते हैं

रजत शर्मा –

ये Slumdog Millionaire Film जो है ,इसको जब ऑस्कर मिला तो आपने उससे भी कोंग्रेस का हिसाब मांग लिया

नरेंद्र मोदी –

भाई मैंने तो बधाई दी है कोंग्रेस को , अगर कोंग्रेस पार्टी देश पर 60 साल राज ना करती तो हिंदुस्तान में Slum ना होते , Slum ना होते तो Slumdog Film ना होती और फिल्म ना होती तो ये ऑस्कर ना मिलता , तो मैं कोंग्रेस को बधाई देता हूँ ,उससे भी अगर उनको बैचैनी होती है तो मैं क्या करूँ ...........   

रजत शर्मा –

लेकिन कोंग्रेस तो अब इस फिल्म के ‘’ जय हो ‘’ गाने का इस्तेमाल करेगी चुनावों में ,उसने तो इसके COPYRIGHTS भी खरीद लिए हैं लेकिन इसके बावजूद आपकी सभाओं में जय हो का गाना चलता है

नरेंद्र मोदी –

भैया हम तो जीवनभर लगे हुए हैं कि भारत माता कि जय हो , उसी के लिए तो हम खपे हुए हैं ,लेकिन अब अगर कोंग्रेस भारत माता कि जय हो कि जगह खुद कि जय हो में लगी रहेगी तो देश के गले कैसे उतरेगा जी

रजत शर्मा –

आपका एक ब्यान है जिसका पाकिस्तान के अखबारों ने जिक्र किया है ,आपने कहा था कि जब तक अंदर से कोई मदद नहीं मिलती इतना बड़ा हमला नहीं हो सकता था

नरेंद्र मोदी –

मेरे ब्यान के 1 घंटे के बाद मुंबई के पुलिस कमिश्नर का ब्यान आया है कि 15 लोग थे जिन्होंने locally उन आतंकवादियों को support किया था ,उनकी मदद कि थी,उनको logistic support दिया था आदि आदि, ये मुंबई पुलिस कमिश्नर का ब्यान है और मेरा भारत सरकार को ये ही कहना था और अभी भी दौबारा कहता हूँ कि पाकिस्तान के उपर इस मुद्दे को लेकर जितना दबाव बना सकते हैं बनाना चाहिए लेकिन साथ-२ हिंदुस्तान में ये कौन लोग हैं जो पाकिस्तान से आकर घुसे हुए हैं या हमारे हिंदुस्तान के ही हैं जो कि पाकिस्तान को मदद करते हैं,ऐसे लोगों को नंगा करके निकालना चाहिए और उनको फांसी के तख्ते पर चढाना चाहिए ताकि देश के साथ ऐसी गद्दारी करने कि कोई हिम्मत ना करे

और ये मैं आज भी डंके कि चोट पर बोलना चाहता हूँ , देश के अंदर के लोगों कि मिली-भगत के बिना कोई भी आदमी आराम से आये ,इतना बड़ा हमला करे ,चला जाए अरे !! क्या हवाई जहाज से बम फैंक के गया है क्या ,सामन्य आदमी को समझ आता है कि कोई तो होगा जिसने उन आतंकवादियों को रास्ता समझाया होगा ,पहले जब रेकी करने आये होंगे तब बताया होगा और मुंबई पुलिस ने भी आधिकारिक रूप से ये पाया है कि भारत के ही 15 लोगों ने उनकी मदद कि थी , तो चर्चा का विषय ये होना चाहिए कि केन्द्र कि ये कोंग्रेस कि सरकार वोट बैंक कि राजनीती के कारण उन 15 लोगों को खोजने में ढिलाई क्यों करती है

रजत शर्मा –

लेकिन केन्द्र कि कोंग्रेस कि सरकार तो ये कहती है कि ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के Touch में हैं

नरेंद्र मोदी –

वैसे तो मेरा पूरा राज्य ही पाकिस्तान के Touch में है क्योंकि हम गुजरात और पाकिस्तान पड़ोस में है और हम उनके कारनामों को जानते हैं और जानना भी चाहिए ,कोई ऐसी सरकार होगी क्या कि दुश्मन देश क्या कर रहा है उसकी जानकारी ना रखे ,हो सकती है क्या कोई ऐसी सरकार ,हाँ वो कोंग्रेस वाले हो सकते हैं हम नहीं हो सकते ,हम तो जागेंगे और बराबर ध्यान रखेंगे ,और मैं चाहता हूँ कि इन दिनों आतंकवाद के खिलाफ एक मन बनाकर और मिलकर लड़ा जाए इसलिए मैं राजनीतिक ब्यानबाजी करना नहीं चाहता हूँ लेकिन आतंकवाद के खिलाफ एक माहौल बनाना बेहद आवश्यक है ये मैं साफ़ मानता हूँ

रजत शर्मा –

लेकिन राजनितिक ब्यानबाजी तो आप करते हैं , जब आप आपनी सभाओं में कहते हैं कि आतंकवादियों पर अगर नकेल कसनी है तो भारतीय जनता पार्टी को वोट दो

नरेंद्र मोदी –

वो तो आतंकवाद को खत्म करने के लिए कहता हूँ ,इसमें राजनीती थोड़े ही है , मैं यहाँ कि जनता से पूछता हूँ आतंकवाद को खत्म करना है या नहीं करना है भई ??????

जनता में बैठे सभी लोगों ने कहा – करना है ,करना है

नरेंद्र मोदी –

सब बोल रहे हैं आतंकवाद को खत्म करना है तो भई जो कर सकता है उसको काम दो ,पूरे देश में ये कहना चाहिए कि नहीं कहना चाहिए ,ये राजनीती थोड़े ही है ,ये राष्ट्रनीति है ये राजनीती नहीं है भैया , हर व्यक्ति को सुरक्षा चाहिए और ये करना चाहिए ,जो नहीं करते उनसे पूछो कि आप लोग वोट बैंक कि राजनीती के कारण आतंकवादियों को क्यों पनपने देते हो

रजत शर्मा –

लेकिन ऐसा तो नहीं है कि आपके राज में आतंकवादी हमले ना हुए हों

नरेंद्र मोदी –

गुजरात में आतंकवादी आये और उनको सबक मिल गया कि गुजरात जाने का क्या खामियाजा भुगतना पड़ा, मैंने 21 दिन के अंदर-२ हर एक को खोल करके रख दिया ,चमड़ी उधेड़ करके रख दी , उनके सारे आकाओं को पकड़ करके ले आये ,हिंदुस्तान के केरल से लेकर कश्मीर तक हर राज्य में उनके जितने आका मेरे गुजरात में हमला करने में शामिल थे सब पकड़ लिए,SIMI ( Students Islaamic Movement of India ) के सारे नेटवर्क को और आकाओं को पकड़ करके रख दिया मैंने

और गुजरात में आतंकवाद कि घटना घटी ,उसक नतीजा ये हुआ कि देश कि सब सरकारों को जागना पड़ा ,पिछले 5 साल से देश के राज्यों में आतंकवादी घटनाएं घटती थी लेकिन सरकारें किसी को पकडती नहीं थी, गुजरात में ऐसा होने पर जब हमने पकडना शुरू किया तब उन सब सरकारों को भी जागना पड़ा और पकड़ने जाना पड़ा ,तो गुजरात का तो एक बहुत बड़ा Contribution है ये देश कि सेवा में

रजत शर्मा –

26/11 को मुंबई पे हुए आतंकवादी हमले के समय अगर आप इंचार्ज होते तो क्या कर सकते थे ??

नरेंद्र मोदी –

जो मैंने गुजरात में किया वो करके दिखाता ,मुझे देर नहीं लगती और मैं तो आज भी कहता हूँ कि पाकिस्तान को उसी कि भाषा में जवाब देना चाहिए, ये लव-लैटर लिखने बंद करने चाहियें,ये प्रणब मुखर्जी रोज एक चिट्ठी भेज रहे हैं और वो सवाल भेज रहे हैं ,ये जवाब भेज रहे हैं ,गुनाह वो करते हैं और जवाब भारत सरकार दे रही हैं

रजत शर्मा –

लेकिन एक International Pressure होता है उसका भी तो खैयाल रखना पड़ेगा सरकार को

नरेंद्र मोदी –

International Pressure पैदा करने कि ताकत आज हिंदुस्तान में है .........100 करोड़ का देश है ,पूरी दुनिया पे Pressure हम पैदा कर सकते हैं

ये उलटी गंगा क्यों बह रही है मैं हैरान हूँ जी , पाकिस्तान हमको मार के चला गया ,पाकिस्तान ने हमला बोला मुंबई में और हमारे मंत्री जी गए अमरीका में और रोने लगे ओबामा ओबामा ओबामा ये हमको मारके चला गया बचाओ बचाओ ....अरे !! ये कोई तरीका होता है क्या ,पड़ोसी मारके चला जाए और अमरीका जाते हो ,अरे !! पाकिस्तान जाओ ना

रजत शर्मा –

क्या तरीका होता है

नरेंद्र मोदी –

पाकिस्तान जिस भाषा में समझे समझाना चाहिए

रजत शर्मा –

वही तो मैं आपसे समझने कि कोशिश कर रहा हूँ

नरेंद्र मोदी –

वही तो मैं आपको समझा रहा हूँ पाकिस्तान जिस भाषा में समझे अच्छे से समझाना चाहिए

( पूरा हॉल तालियों से गूँज उठा )
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