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Friday, August 24, 2012

मोबाइल

ढाबे में बैठा कुछ मेसेज पढ़ रहा था, कुछ डिलीट कर रहा था... सामने मेरे मित्र मेन्यु छान रहे थे. १०-११ साल का बच्चा पानी लेकर आया और बड़ी उत्सुकता से मेरे मोबाइल में झांकने लगा... मैंने भी मुस्कुरा दिया। उसे भी थोडी आत्मीयता लगी... और उसने पूछ लिया 'चित्र है क्या?'
मैंने कहा हाँ हैं... मैंने उसे कुछ इधर-उधर की खिंची हुई तस्वीर दिखाई... फिर उसने पूछा: 'गाना है क्या?'
मैंने गाना भी बजा दिया... २ मिनट में बोला: 'विडियो है क्या?'
चलो भाई विडियो भी सोचा चला ही देते हैं... पहला ही गाना 'कजरारे' दिखा... पता नहीं क्या दिमाग में आया और मैंने उसे न चला कर पंकज उधास का एक गाना है 'और आहिस्ता कीजिये बातें' का विडियो चला दिया. बच्चा बहुत खुश था मैं भी खाने का इंतजार कर रहा था... गाना चलाकर रख दिया नीचे. आपस में मैं और मेरे मित्र कुछ बात भी कर रहे थे. फिर अगली मांग आप समझ ही गए होंगे... थोड़ा धीरे से मुस्कुराते हुए बोला: 'सेक्स है क्या?'
मैं तो कूल हो गया... बस यही कहते हैं हम. कूल हो जाना... मैं कुछ बोला ही नहीं! कहाँ थोडी देर पहले कजरारे बजाने में सोच रहा था...

मेरे मित्र ने बस इतना ही कहा 'क्या रे छोटू क्या बोला? यही सब देखता है !'
मैंने खाना खाया... काफ़ी देर तक चुप ही रहा... मेरे मित्र ने भी कुछ नहीं कहा बस इतना ही कहा 'क्या कर सकते हो यार ऐसी ही दुनिया है... हमें लगता है की हमें ही सबसे ज्यादा पता हैं गरीबी और उनकी समस्याओं को !' बीच में एक बड़ा लड़का आया तो उससे बस पूछा की 'उसकी उम्र क्या होगी?' उसने अलग ही सवाल पूछ लिया की 'क्यों क्या हुआ? कुछ बोला क्या?'

किससे क्या कहें भाई? उसकी क्या गलती है ! १० साल की उम्र होगी... एक तो वहां काम करता है कितनी मजबूरी होगी ये तो वही जानता होगा. हम कुछ कहें तो ज्यादा से ज्यादा पहले बाल-मजदूरी कह के उसका काम बंद हो सकता है ! बस ! भले कोई ये सोचे न सोचे... उसके बाद वो क्या करेगा.

गलती तो उसकी है जिसने बताया है उसे... किसी ने तो बताया है की मोबाइल में ये होता है... बताया ही क्यों दिखाया भी होगा... नहीं तो ऐसे कैसे बोल सकता है वो किसी से ! उन लोगों से कैसे निपट सकते हैं ! इस घटना पर और लिखें भी तो क्या?

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