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Thursday, October 04, 2012

नरेंद्र मोदी पर इल्जाम है

नरेंद्र मोदी पर इल्जाम है कि ये अकेलेपन के
पुजारी हैं रजत शर्मा – आपके बचपन को देखें तो भरा-
पूरा परिवार था, 4-4 भाई- बहन,माता-पिता थे
लेकिन 17 साल कि उम्र में ही आप सब कुछ
छोड़कर हिमालय कि गुफाओं में चले गए थे नरेंद्र मोदी – आपकी जानकारी सही है
लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ छोड़ना पड़ता है रजत शर्मा – लेकिन अब
नहीं लगता कि आपने
गलती कि थी वहाँ गुफाओं में अपने 4 साल
बर्बाद करके ?? नरेंद्र मोदी – मुझे लगता है वही सबसे
ज्यादा अच्छा काम
किया है मैंने, सबसे
ज्यादा आनंददायक और मन को संतोष देने
वाला काम था वो रजत शर्मा – अब ये
तो नहीं होगा कि फिर
से मौका मिलेगा तो आप फिर चले जायेंगे वहाँ नरेंद्र मोदी – मैं मौके कि प्रतीक्षा में हूँ रजत शर्मा – आप सन्यास कि बात करते हैं
लेकिन मैंने
सुना कि जहाँ कहीं भी आप गुजरात में जाते हैं
वहाँ लडकियां अपने गाल आगे कर देती हैं
आपके auto-graph पाने के लिए नरेंद्र मोदी – अब उन
बच्चों को मेरी जिंदगी का पता नहीं है,
इसीलिए मांगते हैं auto-graph, उनको जैसे
जो जगह मिल जाए आते हैं, उनको लगता है
कि गाल पर करवाएंगे
तो सारी दुनिया को दिखाई देगा कि मोदी जी के
हस्ताक्षर उनके गाल पर हैं रजत शर्मा – नरेंद्र मोदी एक नेता से
ज्यादा एक ब्रैंड बन गए हैं, आप जिस तरह के
कुर्ते पहनते हैं, जैसा कुर्ता आपने
अभी पहना हुआ है मैंने देखा कि न्यूजर्सी में,
लंदन में मोदी कुर्ता चलता है नरेंद्र मोदी – मैंने भी सुना है और मेरे एक दोस्त
अमेरिका से
मेरे लिए एक कुर्ता लेकर आये, मैं हैरान था,
तो वो भी बता रहे
थे कि अमरीका में भी ये मोदी कुर्ता बिक
रहा है, अभी मुझे किसी ने Modi-Mix करके कुछ खाने कि चीजें
बिक रही हैं, वो भेजा था, अब ऐसा हो रहा है,
उनको शायद
व्यापार में मेरा नाम
काम आता है तो करने
दीजिए, किसी कि भलाई के लिए अगर कुछ काम हो तो क्या दिक्कत है रजत शर्मा – अहमदाबाद में मोदी के रिक्शे
चलते हैं मोदी के नाम से नरेंद्र मोदी – नहीं वो ऑटो-रिक्शा जो है
वो एक अलग Concept है, उसमें अगर आप
जायेंगे तो वो आपको चोकलेट देता है, Bisleri
का पानी देता है, टेलीफोन
कि व्यवस्था देता है आदि वो भी ऑटो-
रिक्शा में, और अगर आपका मोबाइल फोन चार्ज करना है तो चार्जिंग
कि व्यवस्था देता है, तो एक प्रकार से उसमें
एक हवाई-जहाज में जितनी सुविधाएं
मिलती हैं उससे ज्यादा सुविधाएं उस ऑटो-
रिक्शा में आपको दी जाती हैं लेकिन अब
मोदी-ऑटो हो गया है तो मैं क्या करूँ रजत शर्मा – लेकिन मैंने गुजरात के एक
अखबार में पढ़ा कि तरनेतर के एक मेले में एक
महिला ने अपने
बच्चे से आपके बारे में
कहा कि ये दाढ़ी वाला देवता है नरेंद्र मोदी – हाँ मैंने भी ये एक अखबार में
पढ़ा था लेकिन हो सकता है कि ये
मीडिया कि कुछ कमाल हो, मीडिया ने मुझे
ना जाने किन-२ रूपों में पेश किया है और
जनता-जनार्दन ने किस रूप में पकड़ा है रजत शर्मा – बीजपी में, RSS में ये कहा जाता है
कि Personality Cult
नहीं होना चाहिए, किसी व्यक्ति-विशेष
का नाम नहीं चलना चाहिए नरेंद्र मोदी – मेरा भी यही मानना है
कि मनुष्य को देवता के
रूप में नहीं पूजना चाहिए, व्यक्ति-
पूजा नहीं होनी चाहिए रजत शर्मा – राजकोट में एक जगह है जहाँ पे
आपके नाम का एक मंदिर बना दिया है
लोगों ने नरेंद्र मोदी – दरअसल क्या है कि ये जो सांप-
सपेरे वाले लोग हैं जो कि भटकते रहते थे, मैंने
एक अभियान चलाया बच्चों को पढाने का,
तो वो मेरे पास आये
कि साहब हमारे पास
तो रहने को घर भी नहीं है तो बच्चों को कैसे पढायेंगे, तो मैंने उनके लिए 250 के करीब
मकानों कि व्यवस्था कर दी और मेरी शर्त
रहती है कि बच्चों को पढ़ाना पढ़ेगा, तो अब
चूँकि उनके बच्चे आज कंप्यूटर आदि चलाते
हैं तो उनके मन में एक
भाव आ गया लेकिन अगर वो आप मंदिर देखोगे तो मंदिर बनाने
कि ना तो उनकी हैसियत है और
ना ही उन्होंने बनाया है, बस एक फोटो रख
दिया है और जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो उस
फोटो के सामने नमस्ते करके जाते हैं, लेकिन
मीडिया ने उसको बड़ा उछाल दिया है, एक अच्छा काम दुनिया के सामने लाने
कि जगह वो मंदिर वाली कथा शुरू कर दी है
जिससे मैं बड़ा परेशान हूँ भैया रजत शर्मा – लेकिन मीडिया में तो हमेशा से
आपकी आलोचना होती रही है, अब
किसी ने कोई अच्छी बात लिख दी है
तो वो भी आपको पसंद नहीं आ रही है नरेंद्र मोदी – देखिये इन चीजों को मैं
अच्छा नहीं मानता हूँ, ये चीजें देश
का भला नहीं करती हैं, किसी ने कोई
फोटो निकाल
दी, किसी ने कोई मंदिर
बना दिया आदि आदि ये हमारी पहचान नहीं है रजत शर्मा – आप अपनी क्या image
बनाना चाहते हैं, आप
क्या बताना चाहते हैं
कि मैंने क्या किया ?? नरेंद्र मोदी – मैं मेरी image नहीं चाहता, मैं मेरे
गुजरात कि image चाहता हूँ, मैं चाहता हूँ
कि दुनिया ये माने कि गुजरात सब कुछ कर
सकता है और जो गुजरात कर सकता है वो देश
भी कर सकता है, मैं एक विश्वास
पैदा करना चाहता हूँ, मुझे खाली मेरे गुजरात कि image में interest
है, मैं मेरी image में
अपना समय बर्बाद नहीं करता ( इंडिया टी.वी के
कार्यक्रम '' आप कि —

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